कुमारसम्भवम् — 3.40
Original
Segmented
श्रुत-अप्सरः-गीति अपि क्षणे ऽस्मिन् हरः प्रसंख्यान-परः बभूव आत्म-ईश्वराणाम् न हि जातु विघ्नाः समाधि-भेद-प्रभवः भवन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्रुत | श्रु | pos=va,comp=y,f=part |
अप्सरः | अप्सरस् | pos=n,comp=y |
गीति | गीति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
क्षणे | क्षण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
हरः | हर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रसंख्यान | प्रसंख्यान | pos=n,comp=y |
परः | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
ईश्वराणाम् | ईश्वर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
जातु | जातु | pos=i |
विघ्नाः | विघ्न | pos=n,g=m,c=1,n=p |
समाधि | समाधि | pos=n,comp=y |
भेद | भेद | pos=n,comp=y |
प्रभवः | प्रभु | pos=a,g=m,c=1,n=p |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |