कुमारसम्भवम् — 3.4
Original
Segmented
केन अभ्यसूया पद-काङ्क्षिना ते नितान्त-दीर्घैः जनिता तपोभिः यावद् भवत्य् आहित-सायकस्य मद्-कार्मुकस्य अस्य निदेश-वर्ती
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
केन | क | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अभ्यसूया | अभ्यसूया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पद | पद | pos=n,comp=y |
काङ्क्षिना | काङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
नितान्त | नितान्त | pos=a,comp=y |
दीर्घैः | दीर्घ | pos=a,g=n,c=3,n=p |
जनिता | जनय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
तपोभिः | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
यावद् | यावत् | pos=i |
भवत्य् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
आहित | आधा | pos=va,comp=y,f=part |
सायकस्य | सायक | pos=n,g=n,c=6,n=s |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
कार्मुकस्य | कार्मुक | pos=n,g=n,c=6,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
निदेश | निदेश | pos=n,comp=y |
वर्ती | वर्तिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |