Original

लग्नद्विरेफाञ्जनभक्तिचित्रम् मुखे मधुश्रीस् तिलकं प्रकाश्य ।रागेण बालारुणकोमलेन चूतप्रवालोष्ठम् अलंचकार ॥

Segmented

लग्न-द्विरेफान् जन-भक्ति-चित्रम् मुखे मधु-श्रीः तिलकम् प्रकाश्य रागेण बाल-अरुण-कोमलेन चूत-प्रवाल-उष्ठम् अलंचकार

Analysis

Word Lemma Parse
लग्न लग् pos=va,comp=y,f=part
द्विरेफान् द्विरेफ pos=n,g=m,c=2,n=p
जन जन pos=n,comp=y
भक्ति भक्ति pos=n,comp=y
चित्रम् चित्र pos=a,g=n,c=2,n=s
मुखे मुख pos=n,g=n,c=7,n=s
मधु मधु pos=n,comp=y
श्रीः श्री pos=n,g=f,c=1,n=s
तिलकम् तिलक pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रकाश्य प्रकाश् pos=vi
रागेण राग pos=n,g=m,c=3,n=s
बाल बाल pos=a,comp=y
अरुण अरुण pos=n,comp=y
कोमलेन कोमल pos=a,g=m,c=3,n=s
चूत चूत pos=n,comp=y
प्रवाल प्रवाल pos=n,comp=y
उष्ठम् उष्ठ pos=n,g=m,c=2,n=s
अलंचकार अलंकृ pos=v,p=3,n=s,l=lit