कुमारसम्भवम् — 1.52
Original
Segmented
अयाचितारम् न हि देवदेवम् अद्रिः सुताम् ग्राहयितुम् शशाक अभ्यर्थना-भङ्ग-भयेन साधुः माध्यस्थ्यम् इष्टे ऽप्य् अवलम्बते ऽर्थे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अयाचितारम् | अयाचितृ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
देवदेवम् | देवदेव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अद्रिः | अद्रि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सुताम् | सुता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ग्राहयितुम् | ग्राहय् | pos=vi |
शशाक | शक् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अभ्यर्थना | अभ्यर्थना | pos=n,comp=y |
भङ्ग | भङ्ग | pos=n,comp=y |
भयेन | भय | pos=n,g=n,c=3,n=s |
साधुः | साधु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
माध्यस्थ्यम् | माध्यस्थ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इष्टे | इष् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
ऽप्य् | अपि | pos=i |
अवलम्बते | अवलम्ब् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ऽर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |