कुमारसम्भवम् — 1.44
Original
Segmented
पुष्पम् प्रवाल-उपहितम् यदि स्यान् मुक्ताफलम् वा स्फुट-विद्रुम-स्थम् ततो ऽनुकुर्याद् विशदस्य तस्यास् ताम्र-ओष्ठ-पर्यस्त-रुच् स्मितस्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पुष्पम् | पुष्प | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रवाल | प्रवाल | pos=n,comp=y |
उपहितम् | उपधा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यदि | यदि | pos=i |
स्यान् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
मुक्ताफलम् | मुक्ताफल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
स्फुट | स्फुट | pos=a,comp=y |
विद्रुम | विद्रुम | pos=n,comp=y |
स्थम् | स्थ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽनुकुर्याद् | अनुकृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
विशदस्य | विशद | pos=a,g=n,c=6,n=s |
तस्यास् | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
ताम्र | ताम्र | pos=a,comp=y |
ओष्ठ | ओष्ठ | pos=n,comp=y |
पर्यस्त | पर्यस् | pos=va,comp=y,f=part |
रुच् | रुच् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
स्मितस्य | स्मित | pos=n,g=n,c=6,n=s |