कुमारसम्भवम् — 1.13
Original
Segmented
लाङ्गूल-विक्षेप-विसर्पिन्-शोभैः इतस् ततः चन्द्र-मरीचि-गौरैः यस्य अर्थ-युक्तम् गिरिराज-शब्दम् कुर्वन्ति वाल-व्यजनैः चमर्यः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लाङ्गूल | लाङ्गूल | pos=n,comp=y |
विक्षेप | विक्षेप | pos=n,comp=y |
विसर्पिन् | विसर्पिन् | pos=a,comp=y |
शोभैः | शोभ | pos=a,g=n,c=3,n=p |
इतस् | इतस् | pos=i |
ततः | ततस् | pos=i |
चन्द्र | चन्द्र | pos=n,comp=y |
मरीचि | मरीचि | pos=n,comp=y |
गौरैः | गौर | pos=a,g=n,c=3,n=p |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
गिरिराज | गिरिराज | pos=n,comp=y |
शब्दम् | शब्द | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कुर्वन्ति | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
वाल | वाल | pos=n,comp=y |
व्यजनैः | व्यजन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
चमर्यः | चमरी | pos=n,g=f,c=1,n=p |