कोकिलसंदेशः — 2.67
Original
Segmented
रागो नाम त्रुटति विरहेन इति लोक-प्रवादः त्वद्-सम्बद्धः मम शतगुणः संगमात् विप्रयोगे सो ऽयम् भेदो विषय-भिदया सङ्गमे त्वम् किल एका विश्लेषे तु त्रिभुवनम् इदम् जायते त्वद्-मयम् हि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रागो | राग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नाम | नाम | pos=i |
त्रुटति | त्रुट् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विरहेन | विरह | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इति | इति | pos=i |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
प्रवादः | प्रवाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
सम्बद्धः | सम्बन्ध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शतगुणः | शतगुण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
संगमात् | संगम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
विप्रयोगे | विप्रयोग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भेदो | भेद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विषय | विषय | pos=n,comp=y |
भिदया | भिदा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
सङ्गमे | संगम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
किल | किल | pos=i |
एका | एक | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विश्लेषे | विश्लेष | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तु | तु | pos=i |
त्रिभुवनम् | त्रिभुवन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
मयम् | मय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |