कोकिलसंदेशः — 2.42
Original
Segmented
वक्ति ध्वाङ्क्षः सुहृद्-उपगमम् दक्षिणे क्षीरवृक्षे वामम् नेत्रम् स्फुरति सु चिरात् उच्छ्वसिति अद्य चेतः किञ्च स्वानः श्रवण-मधुरः जायते कोकिलानाम् प्राणेषु आशाम् इति कथम् अपि भ्रातः आबन्ध् वा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वक्ति | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ध्वाङ्क्षः | ध्वाङ्क्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सुहृद् | सुहृद् | pos=n,comp=y |
उपगमम् | उपगम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दक्षिणे | दक्षिण | pos=a,g=m,c=7,n=s |
क्षीरवृक्षे | क्षीरवृक्ष | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वामम् | वाम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
नेत्रम् | नेत्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्फुरति | स्फुर् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सु | सु | pos=i |
चिरात् | चिरात् | pos=i |
उच्छ्वसिति | उच्छ्वस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अद्य | अद्य | pos=i |
चेतः | चेतस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किञ्च | किंच | pos=i |
स्वानः | स्वान | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रवण | श्रवण | pos=n,comp=y |
मधुरः | मधुर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कोकिलानाम् | कोकिल | pos=n,g=m,c=6,n=p |
प्राणेषु | प्राण | pos=n,g=m,c=7,n=p |
आशाम् | आशा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
कथम् | कथम् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
भ्रातः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
आबन्ध् | आबन्ध् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
वा | वा | pos=i |