कोकिलसंदेशः — 2.32
Original
Segmented
आ द्वार-अन्तम् मद्-अभिगमन-आशङ्कया चञ्चल-अक्ष्याः यातायातैः किसलय-निभौ क्लिश्यतः पाद-पद्मौ मिथ्या गोत्र-स्खलनम् असकृत् प्रस्तुतम् हन्त याभ्याम् लब्धुम् पाद-प्रणतीषु मया हन्त संताडनानि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आ | आ | pos=i |
द्वार | द्वार | pos=n,comp=y |
अन्तम् | अन्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
अभिगमन | अभिगमन | pos=n,comp=y |
आशङ्कया | आशङ्का | pos=n,g=f,c=3,n=s |
चञ्चल | चञ्चल | pos=a,comp=y |
अक्ष्याः | अक्षि | pos=n,g=f,c=6,n=s |
यातायातैः | यातायात | pos=n,g=n,c=3,n=p |
किसलय | किसलय | pos=n,comp=y |
निभौ | निभ | pos=a,g=m,c=1,n=d |
क्लिश्यतः | क्लिश् | pos=v,p=3,n=d,l=lat |
पाद | पाद | pos=n,comp=y |
पद्मौ | पद्म | pos=n,g=m,c=1,n=d |
मिथ्या | मिथ्या | pos=i |
गोत्र | गोत्र | pos=n,comp=y |
स्खलनम् | स्खलन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
असकृत् | असकृत् | pos=i |
प्रस्तुतम् | प्रस्तु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
हन्त | हन्त | pos=i |
याभ्याम् | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
लब्धुम् | लभ् | pos=vi |
पाद | पाद | pos=n,comp=y |
प्रणतीषु | प्रणति | pos=n,g=f,c=7,n=p |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
हन्त | हन्त | pos=i |
संताडनानि | संताडन | pos=n,g=n,c=1,n=p |