कोकिलसंदेशः — 2.3
Original
Segmented
वीथ्याम् वीथ्याम् वल-रिपु-शिला-भङ्ग-बद्ध-स्थलायाम् संमूर्छद्भिः किरण-पटलैः त्वद्-गरुत्-जाल-नीलैः यत्र आरब्धे दिनकर-करैः अपि अ हृ ऽन्धकारे लोल-अक्षानाम् भवति दिवसे निर्विशङ्को ऽभिसारः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वीथ्याम् | वीथि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
वीथ्याम् | वीथि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
वल | वल | pos=n,comp=y |
रिपु | रिपु | pos=n,comp=y |
शिला | शिला | pos=n,comp=y |
भङ्ग | भङ्ग | pos=n,comp=y |
बद्ध | बन्ध् | pos=va,comp=y,f=part |
स्थलायाम् | स्थल | pos=n,g=f,c=7,n=s |
संमूर्छद्भिः | सम्मूर्छ् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
किरण | किरण | pos=n,comp=y |
पटलैः | पटल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
गरुत् | गरुत् | pos=n,comp=y |
जाल | जाल | pos=n,comp=y |
नीलैः | नील | pos=a,g=m,c=3,n=p |
यत्र | यत्र | pos=i |
आरब्धे | आरभ् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
दिनकर | दिनकर | pos=n,comp=y |
करैः | कर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
अ | अ | pos=i |
हृ | हृ | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=krtya |
ऽन्धकारे | अन्धकार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
लोल | लोल | pos=a,comp=y |
अक्षानाम् | अक्ष | pos=a,g=f,c=6,n=p |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दिवसे | दिवस | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निर्विशङ्को | निर्विशङ्क | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽभिसारः | अभिसार | pos=n,g=m,c=1,n=s |