कोकिलसंदेशः — 2.29
Original
Segmented
क्रीडा-शैलौ मदन-नृपतेः कान्ति-पूरस्य कोकौ स्याताम् तस्या ध्रुवम् उरसिजौ किंचिद् आपाण्डु-मूलौ मद्-विश्लेषः शरद्-उडु-निभाम् त्याजयन् हार-मालाम् मन्ये भीतो वितरति तयोः अश्रु-धाराभिः अन्याम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्रीडा | क्रीडा | pos=n,comp=y |
शैलौ | शैल | pos=n,g=m,c=1,n=d |
मदन | मदन | pos=n,comp=y |
नृपतेः | नृपति | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कान्ति | कान्ति | pos=n,comp=y |
पूरस्य | पूर | pos=a,g=m,c=6,n=s |
कोकौ | कोक | pos=n,g=m,c=1,n=d |
स्याताम् | अस् | pos=v,p=3,n=d,l=vidhilin |
तस्या | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |
उरसिजौ | उरसिज | pos=n,g=m,c=1,n=d |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आपाण्डु | आपाण्डु | pos=a,comp=y |
मूलौ | मूल | pos=n,g=m,c=1,n=d |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
विश्लेषः | विश्लेष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शरद् | शरद् | pos=n,comp=y |
उडु | उडु | pos=n,comp=y |
निभाम् | निभ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
त्याजयन् | त्याजय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हार | हार | pos=n,comp=y |
मालाम् | माला | pos=n,g=f,c=2,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भीतो | भी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वितरति | वितृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तयोः | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=d |
अश्रु | अश्रु | pos=n,comp=y |
धाराभिः | धारा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
अन्याम् | अन्य | pos=n,g=f,c=2,n=s |