कोकिलसंदेशः — 2.10
Original
Segmented
यस्याम् मेघा हरि-मणि-शिला-हर्म्य-पर्यन्त-भाजः न ज्ञायेरन् श्रवण-सुभगम् गर्जितम् चेद् न दद्युः विद्युत्-वल्ली पुनः अपि नव-आरब्ध-संभोग-लीला-वेल्ल्-कान्ता-विपुल-जघन-स्रस्त-काञ्ची-समा एव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्याम् | यद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
मेघा | मेघ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हरि | हरि | pos=a,comp=y |
मणि | मणि | pos=n,comp=y |
शिला | शिला | pos=n,comp=y |
हर्म्य | हर्म्य | pos=n,comp=y |
पर्यन्त | पर्यन्त | pos=n,comp=y |
भाजः | भाज् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
ज्ञायेरन् | ज्ञा | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
श्रवण | श्रवण | pos=n,comp=y |
सुभगम् | सुभग | pos=a,g=n,c=2,n=s |
गर्जितम् | गर्जित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चेद् | चेद् | pos=i |
न | न | pos=i |
दद्युः | दा | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
विद्युत् | विद्युत् | pos=n,comp=y |
वल्ली | वल्ली | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
नव | नव | pos=a,comp=y |
आरब्ध | आरभ् | pos=va,comp=y,f=part |
संभोग | सम्भोग | pos=n,comp=y |
लीला | लीला | pos=n,comp=y |
वेल्ल् | वेल्ल् | pos=va,comp=y,f=part |
कान्ता | कान्ता | pos=n,comp=y |
विपुल | विपुल | pos=a,comp=y |
जघन | जघन | pos=n,comp=y |
स्रस्त | स्रंस् | pos=va,comp=y,f=part |
काञ्ची | काञ्ची | pos=n,comp=y |
समा | सम | pos=n,g=f,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |