कोकिलसंदेशः — 1.89
Original
Segmented
सा च प्रेक्ष्या सरित् अनुपदम् यत्र कल्माषितायाम् रक्ताः पद्माः कुवलय-वनी-साम्यम् आपद्यमानाः विज्ञायन्ते स्फुट-महिम-धाम-उदये जृम्भमाणे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
प्रेक्ष्या | प्रेक्ष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
सरित् | सरित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अनुपदम् | अनुपद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
कल्माषितायाम् | कल्माषित | pos=a,g=f,c=7,n=s |
रक्ताः | रक्त | pos=a,g=m,c=1,n=p |
पद्माः | पद्म | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कुवलय | कुवलय | pos=n,comp=y |
वनी | वनी | pos=n,comp=y |
साम्यम् | साम्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आपद्यमानाः | आपद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
विज्ञायन्ते | विज्ञा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
स्फुट | स्फुट | pos=a,comp=y |
महिम | महिमन् | pos=n,comp=y |
धाम | धामन् | pos=n,comp=y |
उदये | उदय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
जृम्भमाणे | जृम्भ् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |