कोकिलसंदेशः — 1.76
Original
Segmented
सर्व-उत्कृष्टाः जगति विदिताः केरलेषु द्विजेन्द्रा वल्लीक-ओणि तत् अपि महिमा का अपि मध्य-श्रितानाम् तत्र अपि अस्याः सलिल-पवना यत्र यत्र प्रथन्ते तेषाम् तेषाम् अतिशय-जुषः शील-विद्या-अनुभावाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
उत्कृष्टाः | उत्कृष्ट | pos=a,g=m,c=1,n=p |
जगति | जगन्त् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
विदिताः | विद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
केरलेषु | केरल | pos=n,g=m,c=7,n=p |
द्विजेन्द्रा | द्विजेन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वल्लीक | वल्लीक | pos=n,comp=y |
ओणि | ओणि | pos=n,g=f,c=6,n=d |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
महिमा | महिमा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
मध्य | मध्य | pos=n,comp=y |
श्रितानाम् | श्रि | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
तत्र | तत्र | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अस्याः | इदम् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
सलिल | सलिल | pos=n,comp=y |
पवना | पवन | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
यत्र | यत्र | pos=i |
प्रथन्ते | प्रथ् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अतिशय | अतिशय | pos=n,comp=y |
जुषः | जुष् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
शील | शील | pos=n,comp=y |
विद्या | विद्या | pos=n,comp=y |
अनुभावाः | अनुभाव | pos=n,g=m,c=1,n=p |