कोकिलसंदेशः — 1.74
Original
Segmented
शैवाल-ओघ-छुरित-कमला सैकत-स्रंसिन्-हंसा नीता कार्श्यम् तपन-किरणैः वासरेषु एषु सिन्धुः आकीर्ण-अस्य आमलक-निकरैः श्रोणि-विभ्रंशिन्-काञ्चीम् मन्ये दीनाम् विरह-दशया प्रेयसीम् मे ऽनुयायात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शैवाल | शैवाल | pos=n,comp=y |
ओघ | ओघ | pos=n,comp=y |
छुरित | छुरित | pos=a,comp=y |
कमला | कमल | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सैकत | सैकत | pos=n,comp=y |
स्रंसिन् | स्रंसिन् | pos=a,comp=y |
हंसा | हंस | pos=n,g=f,c=1,n=s |
नीता | नी | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
कार्श्यम् | कार्श्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तपन | तपन | pos=n,comp=y |
किरणैः | किरण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वासरेषु | वासर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
एषु | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सिन्धुः | सिन्धु | pos=n,g=f,c=1,n=s |
आकीर्ण | आकृ | pos=va,comp=y,f=part |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आमलक | आमलक | pos=n,comp=y |
निकरैः | निकर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
श्रोणि | श्रोणि | pos=n,comp=y |
विभ्रंशिन् | विभ्रंशिन् | pos=a,comp=y |
काञ्चीम् | काञ्ची | pos=n,g=f,c=2,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
दीनाम् | दीन | pos=a,g=f,c=2,n=s |
विरह | विरह | pos=n,comp=y |
दशया | दशा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
प्रेयसीम् | प्रेयस् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽनुयायात् | अनुया | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |