कोकिलसंदेशः — 1.70
Original
Segmented
ब्रह्म-अभ्यास-प्रशमय्-कलि प्राप्य दीप्रान् प्रकाशान् श्वेत-अरण्यम् व्रज बहु-मतम् धाम मृत्युञ्जयस्य दृष्ट्वा दूरे सकृत् अपि जना यत् न पश्यन्ति अवश्यम् मृत्युनः वक्त्रम् निटिल-घटित-भ्रूकुटीकम् कदाचित्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
अभ्यास | अभ्यास | pos=n,comp=y |
प्रशमय् | प्रशमय् | pos=va,comp=y,f=part |
कलि | कलि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
दीप्रान् | दीप्र | pos=a,g=m,c=2,n=p |
प्रकाशान् | प्रकाश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
श्वेत | श्वेत | pos=a,comp=y |
अरण्यम् | अरण्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
व्रज | व्रज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
मतम् | मन् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
धाम | धामन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मृत्युञ्जयस्य | मृत्युंजय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
दूरे | दूर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
सकृत् | सकृत् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
जना | जन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यत् | यत् | pos=i |
न | न | pos=i |
पश्यन्ति | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अवश्यम् | अवश्यम् | pos=i |
मृत्युनः | मृत्यु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वक्त्रम् | वक्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निटिल | निटिल | pos=a,comp=y |
घटित | घट् | pos=va,comp=y,f=part |
भ्रूकुटीकम् | भ्रूकुटीक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कदाचित् | कदाचिद् | pos=i |