कोकिलसंदेशः — 1.56
Original
Segmented
तस्मिन् काले बलि-मह-जुषाम् वार-वाम-अलकानाम् स्थाली-चक्रे स्तन-तट-धृते स अनुरागे हृदि इव बिंब-व्याजात् विशति भवति स्यात् अमुष्य इति शङ्के स्पष्ट-अङ्कस्य क्षणम् उदय-गस्य इन्दु-बिम्बस्य लक्ष्मीः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
बलि | बलि | pos=n,comp=y |
मह | मह | pos=n,comp=y |
जुषाम् | जुष् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
वार | वार | pos=n,comp=y |
वाम | वाम | pos=a,comp=y |
अलकानाम् | अलक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
स्थाली | स्थाली | pos=n,comp=y |
चक्रे | चक्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
स्तन | स्तन | pos=n,comp=y |
तट | तट | pos=n,comp=y |
धृते | धृ | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
स | स | pos=i |
अनुरागे | अनुराग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
इव | इव | pos=i |
बिंब | बिम्ब | pos=n,comp=y |
व्याजात् | व्याज | pos=n,g=m,c=5,n=s |
विशति | विश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अमुष्य | अदस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इति | इति | pos=i |
शङ्के | शङ्क् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
स्पष्ट | पश् | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्कस्य | अङ्क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
क्षणम् | क्षण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उदय | उदय | pos=n,comp=y |
गस्य | ग | pos=a,g=m,c=6,n=s |
इन्दु | इन्दु | pos=n,comp=y |
बिम्बस्य | बिम्ब | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लक्ष्मीः | लक्ष्मी | pos=n,g=f,c=1,n=s |