कोकिलसंदेशः — 1.54
Original
Segmented
दिव्य-ऐश्वर्यम् दिशसि भजताम् वर्तसे भिक्षमाणो गौर्यम् अङ्के वहसि भसितम् पञ्चबाणम् चकर्थ कृत्स्नम् व्याप्य स्फुरसि भुवनम् मृग्यसे च आगम-अन्तैः कः ते तत्त्वम् प्रभवति परिच्छेत्तुम् आश्चर्य-सिन्धो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
ऐश्वर्यम् | ऐश्वर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दिशसि | दिश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
भजताम् | भज् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
वर्तसे | वृत् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
भिक्षमाणो | भिक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गौर्यम् | गौरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अङ्के | अङ्क | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वहसि | वह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
भसितम् | भसित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पञ्चबाणम् | पञ्चबाण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
चकर्थ | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lit |
कृत्स्नम् | कृत्स्न | pos=a,g=n,c=2,n=s |
व्याप्य | व्याप् | pos=vi |
स्फुरसि | स्फुर् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
भुवनम् | भुवन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मृग्यसे | मृगय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
आगम | आगम | pos=n,comp=y |
अन्तैः | अन्त | pos=n,g=m,c=3,n=p |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रभवति | प्रभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
परिच्छेत्तुम् | परिच्छिद् | pos=vi |
आश्चर्य | आश्चर्य | pos=a,comp=y |
सिन्धो | सिन्धु | pos=n,g=m,c=8,n=s |