कोकिलसंदेशः — 1.29
Original
Segmented
पक्षि-स्वानेभिः पटु-मद-कलैः स्वागतानि ब्रुवाणा व्याकॄ-अर्घ्याः कुसुम-मधुभिः वीजय् प्रवालैः तत्र आरामाः सुरभि-सचिवम् त्वाम् सखे मानयेयुस् तुल्य-प्रीतिः भवति हि जनो राज-वत् राज-मित्रे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
स्वानेभिः | स्वान | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पटु | पटु | pos=a,comp=y |
मद | मद | pos=n,comp=y |
कलैः | कल | pos=a,g=m,c=3,n=p |
स्वागतानि | स्वागत | pos=n,g=n,c=2,n=p |
ब्रुवाणा | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
व्याकॄ | व्याकॄ | pos=va,comp=y,f=part |
अर्घ्याः | अर्घ्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कुसुम | कुसुम | pos=n,comp=y |
मधुभिः | मधु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
वीजय् | वीजय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
प्रवालैः | प्रवाल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
आरामाः | आराम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सुरभि | सुरभि | pos=a,comp=y |
सचिवम् | सचिव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
सखे | सखि | pos=n,g=,c=8,n=s |
मानयेयुस् | मानय् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
तुल्य | तुल्य | pos=a,comp=y |
प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
हि | हि | pos=i |
जनो | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
मित्रे | मित्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |