कोकिलसंदेशः — 1.19
Original
Segmented
दृष्ट्वा शम्भुम् गगन-सरणौ उज्जिहाने त्वयि द्राक् पक्ष-द्वन्द्व-व्यजन-पवन-उच्चालय् लताभ्यः उत्थास्यन्ति भ्रमर-तरुणाः सिच्-देहाः मरन्दैः उद्यान-श्री-प्रहित-सजल-अपाङ्ग-भङ्ग-अनुकाराः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
शम्भुम् | शम्भु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गगन | गगन | pos=n,comp=y |
सरणौ | सरणि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
उज्जिहाने | उज्जिहान | pos=a,g=m,c=7,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
द्राक् | द्राक् | pos=i |
पक्ष | पक्ष | pos=n,comp=y |
द्वन्द्व | द्वंद्व | pos=n,comp=y |
व्यजन | व्यजन | pos=n,comp=y |
पवन | पवन | pos=n,comp=y |
उच्चालय् | उच्चालय् | pos=va,g=f,c=5,n=p,f=part |
लताभ्यः | लता | pos=n,g=f,c=5,n=p |
उत्थास्यन्ति | उत्था | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
भ्रमर | भ्रमर | pos=n,comp=y |
तरुणाः | तरुण | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सिच् | सिच् | pos=va,comp=y,f=part |
देहाः | देह | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मरन्दैः | मरन्द | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उद्यान | उद्यान | pos=n,comp=y |
श्री | श्री | pos=n,comp=y |
प्रहित | प्रहि | pos=va,comp=y,f=part |
सजल | सजल | pos=a,comp=y |
अपाङ्ग | अपाङ्ग | pos=n,comp=y |
भङ्ग | भङ्ग | pos=n,comp=y |
अनुकाराः | अनुकार | pos=n,g=m,c=1,n=p |