किरातार्जुनीयम् — 9.54
Original
Segmented
भर्तृभिः प्रणय-संभ्रम-दत्ताम् वारुणीम् अति रसाम् रसयित्वा ह्री-विमोह-विरहात् उपलेभे पाटवम् नु हृदयम् नु वधूभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भर्तृभिः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
प्रणय | प्रणय | pos=n,comp=y |
संभ्रम | सम्भ्रम | pos=n,comp=y |
दत्ताम् | दा | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
वारुणीम् | वारुणी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अति | अति | pos=i |
रसाम् | रस | pos=n,g=f,c=2,n=s |
रसयित्वा | रसय् | pos=vi |
ह्री | ह्री | pos=n,comp=y |
विमोह | विमोह | pos=n,comp=y |
विरहात् | विरह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
उपलेभे | उपलभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पाटवम् | पाटव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नु | नु | pos=i |
हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नु | नु | pos=i |
वधूभिः | वधू | pos=n,g=f,c=3,n=p |