किरातार्जुनीयम् — 9.44
Original
Segmented
साचि लोचन-युगम् नमयन्ती रुन्धती दयित-वक्षसि पातम् सुभ्रुवो जनयति स्म विभूषाम् संगताव् उपरराम च लज्जा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
साचि | साचि | pos=i |
लोचन | लोचन | pos=n,comp=y |
युगम् | युग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नमयन्ती | नमय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
रुन्धती | रुध् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
दयित | दयित | pos=a,comp=y |
वक्षसि | वक्षस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पातम् | पात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सुभ्रुवो | सुभ्रू | pos=n,g=f,c=6,n=s |
जनयति | जनय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्म | स्म | pos=i |
विभूषाम् | विभूषा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
संगताव् | संगति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
उपरराम | उपरम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
च | च | pos=i |
लज्जा | लज्जा | pos=n,g=f,c=1,n=s |