किरातार्जुनीयम् — 9.40
Original
Segmented
किम् गतेन न हि युक्तम् उपैतुम् कः प्रिये सुभग-मानिन् मानः योषिताम् इति कथासु समेतैः कामिभिः बहु-रसा धृतिः ऊहे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
गतेन | गम् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
उपैतुम् | उपे | pos=vi |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रिये | प्रिय | pos=a,g=f,c=8,n=s |
सुभग | सुभग | pos=a,comp=y |
मानिन् | मानिन् | pos=a,g=f,c=8,n=s |
मानः | मान | pos=n,g=m,c=1,n=s |
योषिताम् | योषित् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
इति | इति | pos=i |
कथासु | कथा | pos=n,g=f,c=7,n=p |
समेतैः | समे | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
कामिभिः | कामिन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
रसा | रस | pos=n,g=f,c=1,n=s |
धृतिः | धृति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ऊहे | वह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |