किरातार्जुनीयम् — 9.36
Original
Segmented
प्रस्थिताभिः अधिनाथ-निवासम् ध्वंसय्-प्रिय-सखि-वचनाभिः मानिनीभिः अपहस्तित-धैर्यः सादयन्न् इव मदो ऽवललम्बे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रस्थिताभिः | प्रस्था | pos=va,g=f,c=3,n=p,f=part |
अधिनाथ | अधिनाथ | pos=n,comp=y |
निवासम् | निवास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ध्वंसय् | ध्वंसय् | pos=va,comp=y,f=part |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
सखि | सखी | pos=n,comp=y |
वचनाभिः | वचन | pos=n,g=f,c=3,n=p |
मानिनीभिः | मानिनी | pos=n,g=f,c=3,n=p |
अपहस्तित | अपहस्तित | pos=a,comp=y |
धैर्यः | धैर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सादयन्न् | सादय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
मदो | मद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽवललम्बे | अवलम्ब् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |