किरातार्जुनीयम् — 8.54
Original
Segmented
प्रियेण सिक्ता चरमम् विपक्षतः चुकोप काचिन् न तुतोष सान्त्वनैः जनस्य रूढ-प्रणयस्य चेतसः किम् अप्य् अमर्षो ऽनुनये भृशायते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रियेण | प्रिय | pos=a,g=m,c=3,n=s |
सिक्ता | सिच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
चरमम् | चरम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
विपक्षतः | विपक्ष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
चुकोप | कुप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
काचिन् | कश्चित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तुतोष | तुष् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सान्त्वनैः | सान्त्वन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
जनस्य | जन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
रूढ | रुह् | pos=va,comp=y,f=part |
प्रणयस्य | प्रणय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
चेतसः | चेतस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अप्य् | अपि | pos=i |
अमर्षो | अमर्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽनुनये | अनुनय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भृशायते | भृशाय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |