किरातार्जुनीयम् — 8.46
Original
Segmented
भयाद् इव आश्लिष्य झष-आहते ऽम्भसि प्रियम् मुदा आनन्दय् स्म मानिनी अकृत्रिम-प्रेम-रस-आहितैः मनो हरन्ति रामाः कृतकैः अपि ईहितैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भयाद् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
इव | इव | pos=i |
आश्लिष्य | आश्लिष् | pos=vi |
झष | झष | pos=n,comp=y |
आहते | आहन् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
ऽम्भसि | अम्भस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मुदा | मुद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
आनन्दय् | आनन्दय् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
स्म | स्म | pos=i |
मानिनी | मानिनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अकृत्रिम | अकृत्रिम | pos=a,comp=y |
प्रेम | प्रेमन् | pos=n,comp=y |
रस | रस | pos=n,comp=y |
आहितैः | आधा | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
हरन्ति | हृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
रामाः | रामा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
कृतकैः | कृतक | pos=a,g=n,c=3,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
ईहितैः | ईहित | pos=n,g=n,c=3,n=p |