किरातार्जुनीयम् — 7.36
Original
Segmented
आकीर्णम् बल-रजसा घन-अरुणेन प्रक्षोभैः सपदि तरङ्गितम् तटेषु मातङ्ग-उन्मथित-सरोज-रेणु-पिङ्गम् माञ्जिष्ठम् वसनम् इव अम्बु निर्बभासे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आकीर्णम् | आकृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
बल | बल | pos=n,comp=y |
रजसा | रजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
घन | घन | pos=a,comp=y |
अरुणेन | अरुण | pos=a,g=n,c=3,n=s |
प्रक्षोभैः | प्रक्षोभ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सपदि | सपदि | pos=i |
तरङ्गितम् | तरंगित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तटेषु | तट | pos=n,g=n,c=7,n=p |
मातङ्ग | मातंग | pos=n,comp=y |
उन्मथित | उन्मथ् | pos=va,comp=y,f=part |
सरोज | सरोज | pos=n,comp=y |
रेणु | रेणु | pos=n,comp=y |
पिङ्गम् | पिङ्ग | pos=a,g=n,c=1,n=s |
माञ्जिष्ठम् | माञ्जिष्ठ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
वसनम् | वसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अम्बु | अम्बु | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निर्बभासे | निर्भास् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |