किरातार्जुनीयम् — 7.30
Original
Segmented
उत्सृष्ट-ध्वज-कुथ-कङ्कटाः धरित्रीम् आनीता विदित-नयैः श्रमम् विनेतुम् आक्षिप्त-द्रुम-गहनाः युगान्त-वातैः पर्यस्ता गिरय इव द्विपा विरेजुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उत्सृष्ट | उत्सृज् | pos=va,comp=y,f=part |
ध्वज | ध्वज | pos=n,comp=y |
कुथ | कुथ | pos=n,comp=y |
कङ्कटाः | कङ्कट | pos=n,g=m,c=1,n=p |
धरित्रीम् | धरित्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आनीता | आनी | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
विदित | विद् | pos=va,comp=y,f=part |
नयैः | नय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
श्रमम् | श्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विनेतुम् | विनी | pos=vi |
आक्षिप्त | आक्षिप् | pos=va,comp=y,f=part |
द्रुम | द्रुम | pos=n,comp=y |
गहनाः | गहन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
युगान्त | युगान्त | pos=n,comp=y |
वातैः | वात | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पर्यस्ता | पर्यस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
गिरय | गिरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
द्विपा | द्विप | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विरेजुः | विराज् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |