Original

संवाता मुहुर् अनिलेन नीयमाने दिव्यस्त्रीजघनवरांशुके विवृत्तिम् ।पर्यस्यत्पृथुमणिमेखलांशुजालं संजज्ञे युतकम् इवान्तरीयम् ऊर्वोः ॥

Segmented

संवाता मुहुः अनिलेन नीयमाने दिव्य-स्त्री-जघन-वर-अंशुके विवृत्तिम् पर्यस्-पृथु-मणि-मेखला-अंशु-जालम् संजज्ञे युतकम् इव अन्तरीयम् ऊर्वोः

Analysis

Word Lemma Parse
संवाता संवा pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
मुहुः मुहुर् pos=i
अनिलेन अनिल pos=n,g=m,c=3,n=s
नीयमाने नी pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
दिव्य दिव्य pos=a,comp=y
स्त्री स्त्री pos=n,comp=y
जघन जघन pos=n,comp=y
वर वर pos=a,comp=y
अंशुके अंशुक pos=n,g=m,c=7,n=s
विवृत्तिम् विवृत्ति pos=n,g=f,c=2,n=s
पर्यस् पर्यस् pos=va,comp=y,f=part
पृथु पृथु pos=a,comp=y
मणि मणि pos=n,comp=y
मेखला मेखला pos=n,comp=y
अंशु अंशु pos=n,comp=y
जालम् जाल pos=n,g=n,c=1,n=s
संजज्ञे संजन् pos=v,p=3,n=s,l=lit
युतकम् युतक pos=n,g=n,c=1,n=s
इव इव pos=i
अन्तरीयम् अन्तरीय pos=n,g=n,c=1,n=s
ऊर्वोः ऊरु pos=n,g=m,c=7,n=d