किरातार्जुनीयम् — 4.9
Original
Segmented
कपोल-संश्लेषिन् विलोचन-त्विषा विभूषयन्तीम् अवतंसक-उत्पलम् सुतेन पाण्डोः कलमस्य गोपिकाम् निरीक्ष्य मेने शरदः कृतार्थ-ता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कपोल | कपोल | pos=n,comp=y |
संश्लेषिन् | संश्लेषिन् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
विलोचन | विलोचन | pos=n,comp=y |
त्विषा | त्विष् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
विभूषयन्तीम् | विभूषय् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
अवतंसक | अवतंसक | pos=n,comp=y |
उत्पलम् | उत्पल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सुतेन | सुत | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पाण्डोः | पाण्डु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कलमस्य | कलम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
गोपिकाम् | गोपिका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
निरीक्ष्य | निरीक्ष् | pos=vi |
मेने | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शरदः | शरद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
कृतार्थ | कृतार्थ | pos=a,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |