किरातार्जुनीयम् — 4.4
Original
Segmented
तुतोष पश्यन् कलमस्य स अधिकम् स वारिजे वारिणि रामणीयकम् सु दुर्लभे न अर्हति को ऽभिनन्दितुम् प्रकर्ष-लक्ष्म्यम् अनुरूप-संगमे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तुतोष | तुष् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पश्यन् | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कलमस्य | कलम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अधिकम् | अधिक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
स | स | pos=i |
वारिजे | वारिज | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वारिणि | वारि | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रामणीयकम् | रामणीयक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
सु | सु | pos=i |
दुर्लभे | दुर्लभ | pos=a,g=n,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभिनन्दितुम् | अभिनन्द् | pos=vi |
प्रकर्ष | प्रकर्ष | pos=n,comp=y |
लक्ष्म्यम् | लक्ष्मी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अनुरूप | अनुरूप | pos=a,comp=y |
संगमे | संगम | pos=n,g=m,c=7,n=s |