Original

तुतोष पश्यन् कलमस्य स अधिकं सवारिजे वारिणि रामणीयकम् ।सुदुर्लभे नार्हति को ऽभिनन्दितुं प्रकर्षलक्ष्मीम् अनुरूपसंगमे ॥

Segmented

तुतोष पश्यन् कलमस्य स अधिकम् स वारिजे वारिणि रामणीयकम् सु दुर्लभे न अर्हति को ऽभिनन्दितुम् प्रकर्ष-लक्ष्म्यम् अनुरूप-संगमे

Analysis

Word Lemma Parse
तुतोष तुष् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पश्यन् दृश् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
कलमस्य कलम pos=n,g=m,c=6,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
अधिकम् अधिक pos=a,g=n,c=2,n=s
pos=i
वारिजे वारिज pos=n,g=n,c=7,n=s
वारिणि वारि pos=n,g=n,c=7,n=s
रामणीयकम् रामणीयक pos=a,g=n,c=2,n=s
सु सु pos=i
दुर्लभे दुर्लभ pos=a,g=n,c=7,n=s
pos=i
अर्हति अर्ह् pos=v,p=3,n=s,l=lat
को pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽभिनन्दितुम् अभिनन्द् pos=vi
प्रकर्ष प्रकर्ष pos=n,comp=y
लक्ष्म्यम् लक्ष्मी pos=n,g=f,c=2,n=s
अनुरूप अनुरूप pos=a,comp=y
संगमे संगम pos=n,g=m,c=7,n=s