किरातार्जुनीयम् — 4.11
Original
Segmented
परीतम् उक्ष-अवजये जय-श्रिया नदन्तम् उच्चैः क्षत-सिन्धु-रोधस् ददर्श पुष्टिम् दधतम् स शारदीम् स विग्रहम् दर्पम् इव अधिपम् गवाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
परीतम् | परी | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
उक्ष | उक्षन् | pos=n,comp=y |
अवजये | अवजय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
जय | जय | pos=n,comp=y |
श्रिया | श्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |
नदन्तम् | नद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
उच्चैः | उच्चैस् | pos=i |
क्षत | क्षत | pos=n,comp=y |
सिन्धु | सिन्धु | pos=n,comp=y |
रोधस् | रोधस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पुष्टिम् | पुष्टि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
दधतम् | धा | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शारदीम् | शारद | pos=a,g=f,c=2,n=s |
स | स | pos=i |
विग्रहम् | विग्रह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दर्पम् | दर्प | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
अधिपम् | अधिप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गवाम् | गो | pos=n,g=,c=6,n=p |