किरातार्जुनीयम् — 3.57
Original
Segmented
अविलङ्घ्य-विकर्षणम् परैः प्रथित-ज्या-रव-कर्म कार्मुकम् अगताव् अरि-दृष्टि-गोचरम् शित-निस्त्रिंश-युजा महा-इषुधि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अविलङ्घ्य | अविलङ्घ्य | pos=a,comp=y |
विकर्षणम् | विकर्षण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परैः | पर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
प्रथित | प्रथ् | pos=va,comp=y,f=part |
ज्या | ज्या | pos=n,comp=y |
रव | रव | pos=n,comp=y |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कार्मुकम् | कार्मुक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अगताव् | अगति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
अरि | अरि | pos=n,comp=y |
दृष्टि | दृष्टि | pos=n,comp=y |
गोचरम् | गोचर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
शित | शा | pos=va,comp=y,f=part |
निस्त्रिंश | निस्त्रिंश | pos=n,comp=y |
युजा | युज् | pos=a,g=m,c=1,n=d |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इषुधि | इषुधि | pos=n,g=m,c=1,n=d |