किरातार्जुनीयम् — 3.50
Original
Segmented
आक्षिप्यमाणम् रिपुभिः प्रमादान् नागैः इव आलू-सटम् मृगेन्द्रम् त्वाम् धूः इयम् योग्य-तया अधिरूढा दीप्त्या दिन-श्रीः इव तिग्मरश्मिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आक्षिप्यमाणम् | आक्षिप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
रिपुभिः | रिपु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
प्रमादान् | प्रमाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
नागैः | नाग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
इव | इव | pos=i |
आलू | आलू | pos=va,comp=y,f=part |
सटम् | सटा | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मृगेन्द्रम् | मृगेन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
धूः | धू | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
योग्य | योग्य | pos=a,comp=y |
तया | ता | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अधिरूढा | अधिरुह् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
दीप्त्या | दीप्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
दिन | दिन | pos=n,comp=y |
श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
तिग्मरश्मिम् | तिग्मरश्मि | pos=n,g=m,c=2,n=s |