किरातार्जुनीयम् — 3.36
Original
Segmented
तुषार-लेखा-आकुलित-उत्पल-आभे पर्यश्रुणी मङ्गल-भङ्ग-भीरुः अगूढ-भावा अपि विलोकने सा न लोचने मीलयितुम् विषेहे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तुषार | तुषार | pos=n,comp=y |
लेखा | लेखा | pos=n,comp=y |
आकुलित | आकुलित | pos=a,comp=y |
उत्पल | उत्पल | pos=n,comp=y |
आभे | आभ | pos=a,g=n,c=2,n=d |
पर्यश्रुणी | पर्यश्रु | pos=a,g=n,c=2,n=d |
मङ्गल | मङ्गल | pos=n,comp=y |
भङ्ग | भङ्ग | pos=n,comp=y |
भीरुः | भीरु | pos=a,g=f,c=1,n=s |
अगूढ | अगूढ | pos=a,comp=y |
भावा | भाव | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
विलोकने | विलोकन | pos=n,g=n,c=2,n=d |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
लोचने | लोचन | pos=n,g=n,c=2,n=d |
मीलयितुम् | मीलय् | pos=vi |
विषेहे | विषह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |