किरातार्जुनीयम् — 3.10
Original
Segmented
इत्य् उक्तवान् उक्ति-विशेष-रम्यम् मनः समाधाय जय-उपपत्तौ उदार-चेताः गिरम् इति उदाराम् द्वैपायनेन अभिदधे नरेन्द्रः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इत्य् | इति | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
उक्ति | उक्ति | pos=n,comp=y |
विशेष | विशेष | pos=n,comp=y |
रम्यम् | रम्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
समाधाय | समाधा | pos=vi |
जय | जय | pos=n,comp=y |
उपपत्तौ | उपपत्ति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
उदार | उदार | pos=a,comp=y |
चेताः | चेतस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गिरम् | गिर् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
उदाराम् | उदार | pos=a,g=f,c=2,n=s |
द्वैपायनेन | द्वैपायन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अभिदधे | अभिधा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नरेन्द्रः | नरेन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |