Original

व्रज जय रिपुलोकं पादपद्मानतः सन् गदित इति शिवेन श्लाघितो देवसंघैः ।निजगृहम् अथ गत्वा सादरं पाण्डुपुत्रो धृतगुरुजयलक्ष्मीर् धर्मसूनुं ननाम ॥

Segmented

व्रज जय रिपु-लोकम् पाद-पद्म-आनतः सन् गदित इति शिवेन श्लाघितो देव-संघैः निज-गृहम् अथ गत्वा स आदरम् पाण्डु-पुत्रः धृत-गुरु-जय-लक्ष्मी धर्मसूनुम् ननाम

Analysis

Word Lemma Parse
व्रज व्रज् pos=v,p=2,n=s,l=lot
जय जि pos=v,p=2,n=s,l=lot
रिपु रिपु pos=n,comp=y
लोकम् लोक pos=n,g=m,c=2,n=s
पाद पाद pos=n,comp=y
पद्म पद्म pos=n,comp=y
आनतः आनम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
सन् अस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
गदित गद् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
इति इति pos=i
शिवेन शिव pos=n,g=m,c=3,n=s
श्लाघितो श्लाघ् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
देव देव pos=n,comp=y
संघैः संघ pos=n,g=m,c=3,n=p
निज निज pos=a,comp=y
गृहम् गृह pos=n,g=n,c=2,n=s
अथ अथ pos=i
गत्वा गम् pos=vi
pos=i
आदरम् आदर pos=n,g=n,c=2,n=s
पाण्डु पाण्डु pos=n,comp=y
पुत्रः पुत्र pos=n,g=m,c=1,n=s
धृत धृ pos=va,comp=y,f=part
गुरु गुरु pos=n,comp=y
जय जय pos=n,comp=y
लक्ष्मी लक्ष्मी pos=n,g=m,c=1,n=s
धर्मसूनुम् धर्मसूनु pos=n,g=m,c=2,n=s
ननाम नम् pos=v,p=3,n=s,l=lit