किरातार्जुनीयम् — 18.46
Original
Segmented
अथ शशधर-मौलि अभ्यनुज्ञाम् अवाप्य त्रिदश-पति-पुरोगाः पूर्ण-कामाय तस्मै अवितथ-फलम् आशिः-वादम् आरोपयन्तो विजयि विविधम् अस्त्रम् लोकपाला वितेरुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
शशधर | शशधर | pos=n,comp=y |
मौलि | मौलि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अभ्यनुज्ञाम् | अभ्यनुज्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अवाप्य | अवाप् | pos=vi |
त्रिदश | त्रिदश | pos=n,comp=y |
पति | पति | pos=n,comp=y |
पुरोगाः | पुरोग | pos=a,g=m,c=1,n=p |
पूर्ण | पृ | pos=va,comp=y,f=part |
कामाय | काम | pos=n,g=m,c=4,n=s |
तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
अवितथ | अवितथ | pos=a,comp=y |
फलम् | फल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आशिः | आशिस् | pos=n,comp=y |
वादम् | वाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आरोपयन्तो | आरोपय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
विजयि | विजयिन् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
विविधम् | विविध | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
लोकपाला | लोकपाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वितेरुः | वितृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |