किरातार्जुनीयम् — 18.44
Original
Segmented
इति निगदितवन्तम् सूनुम् उच्चैः प्रणत-शिरसम् प्रणतशिरसम् ईशः सादरम् ज्वलत्-अनल-परीतम् रौद्रम् अस्त्रम् दधानम् धनुः-उपपदम् अस्मै वेदम् अभ्यादिदेश
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
निगदितवन्तम् | सूनु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सूनुम् | उच्चैस् | pos=i |
उच्चैः | मघवन् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्रणत | प्रणम् | pos=va,comp=y,f=part |
शिरसम् | शिरस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रणतशिरसम् | ईश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ईशः | सादर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
सादरम् | सान्त्वय् | pos=vi |
ज्वलत् | ज्वल् | pos=va,comp=y,f=part |
अनल | अनल | pos=n,comp=y |
परीतम् | परी | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
रौद्रम् | रौद्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दधानम् | धा | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
धनुः | धनुस् | pos=n,comp=y |
उपपदम् | उपपद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अस्मै | इदम् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
वेदम् | वेद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभ्यादिदेश | अभ्यादिश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |