किरातार्जुनीयम् — 18.41
Original
Segmented
अणीयसे विश्व-विधारिने नमो नमो अन्तिक-स्थाय नमो दवीयसे अतीत्य वाचाम् मनसाम् च गोचरम् स्थिताय ते तद्-पतये नमो नमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अणीयसे | अणीयस् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
विश्व | विश्व | pos=n,comp=y |
विधारिने | विधारिन् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
नमो | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नमो | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अन्तिक | अन्तिक | pos=n,comp=y |
स्थाय | स्थ | pos=a,g=m,c=4,n=s |
नमो | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दवीयसे | दवीयस् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
अतीत्य | अती | pos=vi |
वाचाम् | वाच् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
मनसाम् | मनस् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
गोचरम् | गोचर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्थिताय | स्था | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
पतये | पति | pos=n,g=m,c=4,n=s |
नमो | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नमः | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |