किरातार्जुनीयम् — 18.40
Original
Segmented
यः सर्वेषाम् आवरीता वरीयान् सर्वैः भावैः न आवृतः अन् आदि-निष्ठः मार्ग-अतीताय इन्द्रियाणाम् नमस् ते ऽविज्ञेयाय व्योम-रूपाय तस्मै
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
आवरीता | आवरीतृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वरीयान् | वरीयस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्वैः | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भावैः | भाव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
न | न | pos=i |
आवृतः | आवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अन् | अन् | pos=i |
आदि | आदि | pos=n,comp=y |
निष्ठः | निष्ठा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मार्ग | मार्ग | pos=n,comp=y |
अतीताय | अती | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
इन्द्रियाणाम् | इन्द्रिय | pos=n,g=n,c=6,n=p |
नमस् | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
ऽविज्ञेयाय | अविज्ञेय | pos=a,g=m,c=4,n=s |
व्योम | व्योमन् | pos=n,comp=y |
रूपाय | रूप | pos=n,g=m,c=4,n=s |
तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |