किरातार्जुनीयम् — 18.39
Original
Segmented
आबाध-मरण-भय-अर्चिषा चिराय प्लुष्टेभ्यो भव महता भव-अनलेन निर्वाणम् समुपगमेन यच्छते ते बीजानाम् प्रभव नमो ऽस्तु जीवनाय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आबाध | आबाध | pos=n,comp=y |
मरण | मरण | pos=n,comp=y |
भय | भय | pos=n,comp=y |
अर्चिषा | अर्चिस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
चिराय | चिराय | pos=i |
प्लुष्टेभ्यो | प्लुष् | pos=va,g=m,c=4,n=p,f=part |
भव | भव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
भव | भव | pos=n,comp=y |
अनलेन | अनल | pos=n,g=m,c=3,n=s |
निर्वाणम् | निर्वाण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
समुपगमेन | समुपगम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
यच्छते | यम् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
बीजानाम् | बीज | pos=n,g=n,c=6,n=p |
प्रभव | प्रभव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
नमो | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
जीवनाय | जीवन | pos=a,g=m,c=4,n=s |