किरातार्जुनीयम् — 18.27
Original
Segmented
दक्षिणाम् प्रणत-दक्षिण मूर्तिम् तत्त्वतः शिव-करीम् अ विदित्वा रागिणा अपि विहिता तव भक्त्या संस्मृतिः भव भवत्य् अभवाय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दक्षिणाम् | दक्षिण | pos=a,g=f,c=2,n=s |
प्रणत | प्रणम् | pos=va,comp=y,f=part |
दक्षिण | दक्षिणा | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मूर्तिम् | मूर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तत्त्वतः | तत्त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
शिव | शिव | pos=n,comp=y |
करीम् | कर | pos=a,g=f,c=2,n=s |
अ | अ | pos=i |
विदित्वा | विद् | pos=vi |
रागिणा | रागिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
विहिता | विधा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भक्त्या | भक्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
संस्मृतिः | संस्मृति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भव | भव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भवत्य् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अभवाय | अभव | pos=n,g=m,c=4,n=s |