किरातार्जुनीयम् — 17.61
Original
Segmented
नीरन्ध्रम् परिगमिते क्षयम् पृषत्कैः भूतानाम् अधिपतिना शिला-विताने उच्छ्राय-स्थगय्-नभः-दिः-अन्तरालम् चिक्षेप क्षितिरुह-जालम् इन्द्रसूनुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नीरन्ध्रम् | नीरन्ध्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
परिगमिते | परिगमय् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
क्षयम् | क्षय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पृषत्कैः | पृषत्क | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भूतानाम् | भूत | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अधिपतिना | अधिपति | pos=n,g=m,c=3,n=s |
शिला | शिला | pos=n,comp=y |
विताने | वितान | pos=n,g=m,c=7,n=s |
उच्छ्राय | उच्छ्राय | pos=n,comp=y |
स्थगय् | स्थगय् | pos=va,comp=y,f=part |
नभः | नभस् | pos=n,comp=y |
दिः | दिश् | pos=n,comp=y |
अन्तरालम् | अन्तराल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चिक्षेप | क्षिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
क्षितिरुह | क्षितिरुह | pos=n,comp=y |
जालम् | जाल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इन्द्रसूनुः | इन्द्रसूनु | pos=n,g=m,c=1,n=s |