किरातार्जुनीयम् — 17.48
Original
Segmented
स्थितम् विशुद्धे नभसि इव सत्त्वे धाम्ना तपः-वीर्य-मयेन युक्तम् शस्त्र-अभिघातैः तम् अजस्रम् ईशस् त्वष्टा विवस्वन्तम् इव उल्लिलेख
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्थितम् | स्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
विशुद्धे | विशुध् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
नभसि | नभस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
इव | इव | pos=i |
सत्त्वे | सत्त्व | pos=n,g=n,c=7,n=s |
धाम्ना | धामन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तपः | तपस् | pos=n,comp=y |
वीर्य | वीर्य | pos=n,comp=y |
मयेन | मय | pos=a,g=n,c=3,n=s |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
शस्त्र | शस्त्र | pos=n,comp=y |
अभिघातैः | अभिघात | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अजस्रम् | अजस्रम् | pos=i |
ईशस् | ईश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वष्टा | त्वष्टृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विवस्वन्तम् | विवस्वन्त् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
उल्लिलेख | उल्लिख् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |