किरातार्जुनीयम् — 17.43
Original
Segmented
तम् शम्भुः आक्षिप्त-महा-इषु-जालम् लोहैः शरैः मर्मसु निस्तुतोद तत्त्व-विचार-मध्ये वक्ता इव दोषैः गुरुभिः विपक्षम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शम्भुः | शम्भु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आक्षिप्त | आक्षिप् | pos=va,comp=y,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इषु | इषु | pos=n,comp=y |
जालम् | जाल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
लोहैः | लोह | pos=a,g=m,c=3,n=p |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मर्मसु | मर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
निस्तुतोद | निस्तुद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
विचार | विचार | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वक्ता | वक्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
दोषैः | दोष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
गुरुभिः | गुरु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
विपक्षम् | विपक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |