किरातार्जुनीयम् — 17.40
Original
Segmented
तथा न पार्थस् तयोः यथा रिक्त-तया अनुतेपे स्वाम् आपदम् प्रोज्झ्य विपत्ति-मग्नम् शोचन्ति सन्तो ह्य् उपकारि-पक्षम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तथा | तथा | pos=i |
न | न | pos=i |
पार्थस् | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तयोः | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=d |
यथा | यथा | pos=i |
रिक्त | रिच् | pos=va,comp=y,f=part |
तया | ता | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अनुतेपे | अनुतप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स्वाम् | स्व | pos=a,g=f,c=2,n=s |
आपदम् | आपद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रोज्झ्य | प्रोझ् | pos=vi |
विपत्ति | विपत्ति | pos=n,comp=y |
मग्नम् | मज्ज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
शोचन्ति | शुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सन्तो | सत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ह्य् | हि | pos=i |
उपकारि | उपकारिन् | pos=a,comp=y |
पक्षम् | पक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |