किरातार्जुनीयम् — 17.37
Original
Segmented
च्युते स तस्मिन्न् इषुधौ शर-अर्थतः ध्वस्त-अर्थ-सारे सहसा इव बन्धौ तद्-काल-मोघ-प्रणयः प्रपेदे निर्वच्-ता-कामः इव आभिमुख्यम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
च्युते | च्यु | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्मिन्न् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
इषुधौ | इषुधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शर | शर | pos=n,comp=y |
अर्थतः | अर्थ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ध्वस्त | ध्वंस् | pos=va,comp=y,f=part |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
सारे | सार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सहसा | सहसा | pos=i |
इव | इव | pos=i |
बन्धौ | बन्धु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
काल | काल | pos=n,comp=y |
मोघ | मोघ | pos=a,comp=y |
प्रणयः | प्रणय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रपेदे | प्रपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
निर्वच् | निर्वच् | pos=va,comp=y,f=krtya |
ता | ता | pos=n,comp=y |
कामः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
आभिमुख्यम् | आभिमुख्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |