किरातार्जुनीयम् — 17.31
Original
Segmented
चित्रीयमाणान् अति लाघवेन प्रमाथिनस् तान् भव-मार्गणानाम् समाकुलाया निचखान दूरम् बाणान् ध्वजिन्या हृदयेष्व् अरातिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चित्रीयमाणान् | चित्रीय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
अति | अति | pos=i |
लाघवेन | लाघव | pos=n,g=n,c=3,n=s |
प्रमाथिनस् | प्रमाथिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भव | भव | pos=n,comp=y |
मार्गणानाम् | मार्गण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
समाकुलाया | समाकुल | pos=a,g=f,c=6,n=s |
निचखान | निखन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दूरम् | दूरम् | pos=i |
बाणान् | बाण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ध्वजिन्या | ध्वजिनी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
हृदयेष्व् | हृदय | pos=n,g=n,c=7,n=p |
अरातिः | अराति | pos=n,g=m,c=1,n=s |