किरातार्जुनीयम् — 17.12
Original
Segmented
उमापतिम् पाण्डु-सुत-प्रणुन्नाः शिलीमुखा न व्यथयांबभूवुः अभ्युत्थितस्य अद्रिपति नितम्बम् अर्कस्य पादा इव हैमनस्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उमापतिम् | उमापति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पाण्डु | पाण्डु | pos=n,comp=y |
सुत | सुत | pos=n,comp=y |
प्रणुन्नाः | प्रणुद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
शिलीमुखा | शिलीमुख | pos=n,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
व्यथयांबभूवुः | व्यथय् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
अभ्युत्थितस्य | अभ्युत्था | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
अद्रिपति | अद्रिपति | pos=n,g=m,c=6,n=s |
नितम्बम् | नितम्ब | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अर्कस्य | अर्क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पादा | पाद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
हैमनस्य | हैमन | pos=a,g=m,c=6,n=s |